ये घटना “अनंतनाग” जिले के (पहलगाम) से 6 किमी दूर स्थित बैसरन घाटी में हुई है. मंगलवार दोपहर में लोग यहां घूम रहे थे. इसी बीच, दोपहर 2.45 बजे करीब छह आतंकी पहुंचे और अलग-अलग जगहों पर अटैक कर दिया. आतंकियों ने वहां मौजूद 45 लोगो के समूह पर गोलियां बरसाईं. इनमें 26 लोगो की मौत हो गई.जिन वादियों में देशभर से सैलानी घूमने पहुंचे थे, उसी वादी में दहशतगर्दों ने सैलानियों का पहले धर्म पूछा और फिर मौत के घाट उतार दिया.
आतंकियों ने हैवानियत की सारी हदों को पार कर दिया. किसी पत्नी के आंखों के सामने आतंकियों ने पति को गोली मार दी, किसी की आंखों के सामने परिजन को मार दिया. दहशतगर्दों ने एक-दो नहीं, बल्कि 26 सैलानियों को चुन-चुन कर मारा. दहशतगर्दी का ऐसा खौफनाक खेल खेला गया यह सुनकर किसी की भी रूह कांप उठेगी . चश्मदीदों ने जो देखा और उन पर जो गुजरी आतंकियों की गोली से जो बच गए, उनकी आपबीती कलेजा चीर देने वाली है. आतंकियों ने वहां मौजूद 45 लोगो के समूह पर गोलियां बरसाईं. इनमें 26 टूरिस्ट की मौत हो गई, जबकि 17 से ज्यादा लोग घायल हैं. मरने वालों में दो स्थानीय नागरिक शामिल हैं आतंकी हमले के बाद जम्मू कश्मीर से दिल्ली तक हाईअलर्ट है।
हमले के बाद सुरक्षाबल (पहलगाम) से बेसरन पहुंचे. घायलों को निकालने के लिए हेलिकॉप्टर लगाए गए. कुछ घायलों को पहले पहलगाम में प्राथमिक उपचार दिया गया. उसके बाद “जीएमसी अस्पताल “अनंतनाग और श्रीनगर एम्स ले जाया गया.
घास के मैदान में लोगों ने किसी तरह छिपकर जान बचाई. कुछ लोगो के वीडियो सामने आए हैं, जो हमले के बारे में जानकारी दे रहे हैं और बचकर भागते देखे जा रहे हैं. बड़ी संख्या में लोगो ने होटल छोड़कर सुरक्षित स्थानों की ओर चले गए. मारे गए लोग और घायल वाले लोगों के परिवारों को कड़ी सुरक्षा के बीच पहलगाम क्लब ले जाया गया.
पहलगाम से बेसरन की दूरी 6 किमी है. पूरा इलाका पहाड़ों और घने जंगलों से घिरा है और काफी ऊंचाई पर स्थिति है. यहां तक वाहन भी नहीं पहुंच पाते हैं. यह लोगो और ट्रैकर्स की पसंदीदा जगह है. इलाके में सुरक्षाबलों की तैनाती भी नहीं रहती है. लोगो ने भी यही बताया कि जब आतंकियों ने हमला किया, तब वहां कोई फोर्स नहीं थी. चूंकि, घने जंगल के कारण भागना और छिपना आसान था, इसलिए नरसंहार के बाद आतंकी गायब हो गए. सूत्रों के मुताबिक इस एरिया में मोबाइल नेटवर्क और सुरक्षा बलों का बैकअप पहुंचने के समय को भी आतंकियों ने नोटिस किया था, उसके बाद हमले की प्लानिंग की गई थी।